समस्तीपुर पुलिस का बड़ा कारनामा । नाबालिग से दुष्कर्म मामले में न तो किया एफआईआर दर्ज न पीडित का कराया बयान दर्ज । मामले को रफा दफा कर आरोपी शिक्षक को थाने से किया मुक्त । घटना से नाराज ग्रामीणों ने आरोपी शिक्षक की बर्खास्तगी की मांग को लेकर स्कूल में बंधक बना कर घण्टो किया हंगामा । नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को थाने से छोड़ दिये जाने की घटना से नाराज सैकड़ो ग्रामीणों ने स्कूल पहुंच कर आरोपी शिक्षक की बर्खास्तगी की मांग को लेकर घण्टो हंगामा किया । मामला मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के बरबट्टा गांव के उत्क्रमित उच्च विद्यालय की है ।
घटना के संबंध में पीड़ित परिजन का बतानां है कि 28 मई की रात अपने ननिहाल में शादी समारोह में आई एक नाबालिग लड़की के साथ गांव के ही एक शिक्षक ने दुष्कर्म किया । पीड़िता के शोरगुल पर मौके पर इकट्ठा हुए परिजनों ने आरोपी को पकड़कर बंधक बना लिया और घटना की सूचना पुलिस को दी । परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी शिक्षक को ग्रामीणों के चंगुल से हिरासत में लेकर थाने पहुंची । इधर परिजन ने पीड़ित की बिगड़ती तबियत देख उसे निजी क्लिनिक में भर्ती कराया । अगले दिन पीड़ित परिजन के द्वारा थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी गई । लेकिन समाज के कुछ तथाकथित ठेकेदारों के प्रभाव में आकर थाने की पुलिस ने न तो एफआईआर दर्ज किया और न ही पीड़िता का बयान ही दर्ज कराया । इतना ही नही पुलिस ने मामले को रफा दफा कर आरोपी शिक्षक को थाने से रिहा कर दिया ।
इधर पुलिस की कार्यशैली से नाराज सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणों ने उत्क्रमित उच्च विद्यालय पहुंचकर आरोपी शिक्षक राजेन्द्र महतों को बंधक बना लिया । स्कूल पर शिक्षक को बंधक बना कर हंगामा कर रहे लोग आरोपी शिक्षक की बर्खास्तगी की मांग कर रहे थे । आक्रोशित लोगों का आरोप था कि पुलिस रसूखदारों के प्रभाव में आकर आरोपी को थाने से ही छोड़ दिया ।वंही इतने संवेदसनशील मामले को लेकर थानेदार की जरा दलील भी सुन लीजिए । इनका कहना है कि पीड़ित परिवार के द्वारा आवेदन दिया गया था । उनलोगों के द्वारा कॉम्प्रोमाइज लगया गया था जिसके बाद आरोपी को छोड़ दिया गया । जिसकारण पीड़िता का बयान भी दर्ज नही कराया गया । आज ग्रामीणों के द्वारा शिक्षक की बंधक बनाया गया है । उसे हिरासत में लेकर जांच की जा रही है ।
नाबालिग के साथ दुष्कर्म मामले में आखिर खाकी इतनी संवेदनहीन कैसे हो सकती है । पुलिस ने पीड़िता के द्वारा शिकायत दिए जाने के एफआईआर दर्ज क्यो नही किया ? दुष्कर्म पीड़िता का 164 का बयान पुलिस ने क्यों नही दर्ज कराया ? बिना जांच के पुलिस कस्टडी से आरोपी को क्यो छोड़ दिया गया ? कैसे कई सवाल है जिसका जबाब समस्तीपुर पुलिस को देना होगा । ऐसे में अब देखना है कि इतने हंगामे के बाद भी पीड़ित परिवार को इंसाफ मिल पाता है या नही ।