रांची में 10 जून को हुई हिंसा मामले पर अब राजनीति भी हो रही है हालांकि इस तरह की घटना की निंदा पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से की जा रही है उचित कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं .वही राज्यपाल रमेश बैस ने भी सख्त रुख अपनाया है और सोमवार को डीजीपी एडीजी के साथ रांची के डीसी व एसएसपी को बुलाया राज्यपाल ने घटना की जानकारी लेते हुए कई सवाल भी किए थे साथ ही उन्होंने कई निर्देश दिए राज्यपाल ने चिन्हित कर उपद्रवियों की तस्वीर नाम और पता के साथ शहर के प्रमुख चौराहों पर लगाने को कहा राज्यपाल ने पूरे मामले की रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजने की चेतावनी भी दी है .
हिंसा के बाद हो रहे कार्रवाई पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रशासन बेहद ही धीमी गति से कार्रवाई कर रही है कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति किया जा रहा है. राज्य सरकार को भी चाहिए कि तुष्टीकरण से ऊपर उठकर शहर के अमन चैन को छीनने वाले लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश जारी करें साथ ही प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि ऐसा बहुत ही कम होता है जब 3 दिनों में 3 बार बड़े आला अधिकारियों को राजभवन से तलब किया गया है.
वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने भी उस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई होगी साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यपाल इस राज्य के अभिभावक होते हैं और उन्होंने पूरे मामले का जायजा लिया है मुख्यमंत्री भी इसके लिए सजग हैं और कार्यवाही होगी लेकिन इस पर राजनीति न करने की अपील भी कांग्रेस पार्टी ने की है