वैशाली जिले में फर्जी तरीके से ही नियुक्ती पत्र बनवा कर डीईओ कार्यालय हाजीपुर में योगदान करने पहुंचें शिक्षिका कैंडिडेट पकड़ा गई। नियुक्ति पत्र QR CODE नही रहने और सीरियल नंबर रॉल नंबर मैच नहीं करने पर शक हुआ था। तभी नियुक्ती पत्र की जांच पड़ताल की गई तो पूरे तरीके के फर्जी पाया गया। जब महिला से DEO ने पुछताछ किया तो महुआ अनुमंडल क्षेत्र के पातेपुर रोड़ स्थित शर्मा साइबर कैफे द्वारा नियुक्त पत्र जारी करने की बात बताया गया है। उसने कहा की साइबर कैफे द्वारा एक और भी नियुक्ती पत्र जारी किया गया है जो की वे अभ्यर्थी मुजफ्फरपुर जिले के है।
फर्जी महिला शिक्षिका अभ्यर्थी महुआ थाना क्षेत्र के मिर्जानगर गांव निवासी मोहम्मद सेराज की पुत्री शाजिया खातून बताई गई है। जो की 13 दिसंबर को शर्मा साइबर से जरी कीए गए फर्जी नियुक्ती पत्र लेकर पातेपुर सैदपुर डुमरा मध्य विद्यालय में योग्दान करने पहुंची थीं लेकिन नियुक्ती नही लिया गया था और DEO कार्यालय से ऑडर करवाने को लेकर कहा गया। तभी शाजिया खातून ऑडर लेने डीईओ कार्यालय हाजीपुर में 14 दिसंबर को पहुंची थीं। तभी शक के आधार पर नियुक्ती पर जांच की गई और फर्जी होने की बात डीईओ के समक्ष स्वीकार की थी।
इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी बीरेंद्र नारायण ने बताया कि फर्जी तरीके से जारी कीए गए एक नियुक्ती पर लेकर शाजिया खातून पातेपुर प्रखंड क्षेत्र के सैदपुर डुमरा मध्य विद्यालय में योग्दान करने 13 दिसंबर को पहुंची थीं तभी लेकीन QR CODE और सिरियल रॉल नंबर मैच नही करने पर योगदान नही लिया गया और डीईओ कार्यालय कैंडीडेट को भेज दिया गया था ऑडर लेने के लिए इसी दौरान यहां पहुंची थी लेकिन जब जांच पड़ताल किया गया तो फर्जी साबित हुआ है। DEO ने कहा कि इसकी जानकारी वैशाली जिलाधिकारी और विभागीय अधिकारी को सूचित किया गया है। साथ ही संबंधित शर्मा साइबर कैफे संचालक और फर्जी कैंडीडेट के विरुद्ध करवाई करने अनुशंसा की है।