चिराग पासवान ने कहा कि क्या नीतीश कुमार ने सिर्फ इसी के लिए मुख्यमंत्री बने थे कि वे अपनी कुर्सी बचाने के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति करते रहेंगे। पिछले डेढ़ साल से नीतीश कुमार सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं। बिहार के हालात पर कोई चर्चा नहीं हो रही है। जहरीली शराब पीने से 13 लोगों की मौत हो गई। शराबबंदी के बावजूद अवैध तरीके से राज्य में शराब का निर्माण हो रहा है, इसपर न तो सरकार और ना ही विपक्ष के लोग चर्चा करने को तैयार हैं।
चिराग का सिर्फ एक मॉडल है बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट। इसी सोंच के साथ साल 2020 का विधानसभा चुनाव लड़ा। बिहार की 25 लाख जनता ने चिराग मॉडल का समर्थन किया। चिराग मॉडल जन भावनाओं का प्रतीक है लेकिन अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस मॉडल से एतराज है तो वे समझ लें बिहार की 13 करोड़ जनता चिराग मॉडल क अपना रही है। मुख्यमंत्री बताएं कि उनका नीतीश मॉडल क्या है।