हर रोज नई टेक्नोलॉजी आने से हैकर किसी भी सुरक्षित डाटा को आसानी से हैक कर लेते हैं. बस कुछ ही सेकंड में हैकर डाटा को हैक कर लेते हैं. ऐसे ही दूर देश बैठे हैकर्स की नजर अब बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी के आईसीसीसी-एमएसआई के डाटा पर है, जिसे हैक करने के लिए ताबड़तोड़ अटैक किया जा रहा है. मगर यहां का डाटा इतना सुरक्षित है कि हैकर हर बार नाकाम हो रहे हैं. बताते चले कि बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी के अंतर्गत शहर में 141 प्वाइंट बनाया गए है. इसमे 496 कैमरा लगाए गए है, जिससे शहर की हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके. यह कैमरे अलग-अलग रूप में काम कर रहे हैं और अलग-अलग गतिविधि को भी कैच कर रहे हैं.
सभी गतिविधियों पर नजर रखने के साथ-साथ इसमें करीब छह माह का डेटा सुरक्षित रखा जात सकता है, ताकि छह माह के दौरान जरूरत पड़ने पर किसी भी गतिविधि को देखा जा सके।बताया जाता है कि आईसीसीसी-एमएसआई के डाटा को हैक करने के लिए हैकर्स से पूरी तरह सुरक्षित करने के लिए तीन स्तर पर हाई लेवल के डिवाइस लगाए गए हैं. पहला इंटरनेट फायर वॉल जो नेटवर्क में आने-जाने वाली सभी तरह की गतिविधियों पर नजर रखा जाता है.
अगर कमजोर अटैक हुआ तो यहीं से रद्द हो जाता है. दूसरा फोर्टिनेट फायर वॉल है जो खुद तीन स्तर पर हैकर्स से सुरक्षित करता है. यह सामान्य से ज्यादा पावरफुल वायरस अटैक को रोकने की क्षमता रखता है. अगर बहुत ही ज्यादा हाई पावर का वायरस प्रवेश करता है तो उसे सिक्यूरिटी फॉरेंसिक डिवाइस द्वारा रोका जाता है. आईटी मैनेजर संतोष कुमार ने बताया कि किसी भी देश के हैकर प्रतिदिन डाटा को हैक करने के लिए हिट भजेते रहते हैं, मगर यहां तीन स्तर पर हाई लेवल डिवाइस लगाए गए हैं, जो हैकर के द्वारा भेजे गए हिट को रोक देता है और उससे वापस कर देता है. उन्होंने ये भी बताया कि स्मार्ट सिटी के अंतर्गत लगाए गए हाई लेवल के सीसीटीवी कैमरे भी पावरफुल हैं, जो शहर के हर गतिविधियों पर नजर रखेंगे और जिसे हैक करना आसान नहीं है।