गया से मनोज की रिपोर्ट
गया–इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य उपाध्यक्ष एवम् भाकपा माले राज्य समिति सदस्य कॉ तारिक अनवर को 19 जून के रात 10 बजे चाकंद थाना के पुलिस उनके घर से गिरफ्तार कर ले गई।अगले दिन दोपहर करीब 1 बजे चंदौती थाना से फोन कर तारिक अनवर के घर पे सूचना दिया गया कि 20 जून के भारत बंद को लेकर उन्हें डिटेन किया गया है और इन्हें शाम 5 बजे छोड़ दिया जाएगा। लेकिन वे उन्हें जीआरपी थाना ले गए और रेल भर्ती के विगत आंदोलन में गया में ट्रेन के डब्बे में आग लगाए जाने के केस में जेल भेज दिया। एफआईआर में उनका नाम नहीं था। यद्यपि वे रेल भर्ती वाले आंदोलन में शामिल थे, लेकिन वे इस घटना में शामिल नहीं थे। डायरी में उनका नाम देकर जेल भेजा गया है।
सरकार द्वारा कॉ तारिक अनवर समेत अन्य आंदोलनकारियों को झूठा मुकदमा में जेल भेजने के खिलाफ अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला सभा-एवपा,इंकलाबी नौजवान सभा-इनौस,ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन-आइसा,अखिल भारतीय किसान महासभा के संयुक्त बैनर तले गया शहर के आजाद पार्क से अंबेडकर पार्क (समाहरणालय) तक प्रतिवाद मार्च निकाला गया।
प्रतिवाद मार्च में शामिल लोग कॉ तारिक अनवर समेत सभी आंदोलनकारियों को अविलंब रिहा करो, अग्निपथ योजना वापस लो, संविदा पर बहाली नहीं चलेगा, पुरानी बहाली प्रक्रिया को जारी रखो के नारे लगा रहे थे।
प्रतिवाद मार्च का नेतृत्व कर रहे आइसा राज्य परिषद सदस्य मो शेरजहाँ ने कहा कि रोजगार विरोधी अग्निपथ योजना का खिलाफ जो जन आंदोलन पूरे देश में खड़ा हुआ है उसे दबाने के लिए सरकार तमाम आंदोलकारियो को झूठा मुकदमा में फंसा कर जेल भेज रही है पर सरकार का ये मंसूबा देश का छात्र नौजवान पूरा नहीं होने देगा और सरकार को अग्निपथ योजना वापस लेने पे मजबूर करेगा।
वहीं इंकलाबी नौजवान सभा के नेता रवि कुमार ने कहा कि भारत का छात्र नौजवान अग्निपथ योजना को रद्दी के टोकरी में फेंक दिया है,सरकार इस योजना को जल्द से जल्द वापस ले तथा कॉ तारिक अनवर को फर्जी मुकदमा के तहत साजिश के तहत जेल में डाला गया है अन्य सभी आंदोलनकारियों के बिना शर्त रिहा करे नहीं तो हमलोग चरणबद्ध आंदोलन करते रहेंगे।
आज के प्रतिवाद मार्च में वेंकटेश शर्मा, टिंकू कुशवाहा,पवन कुमार,शैलेश वर्मा,दीपक कुमार,विभा भारती,विनय शर्मा समेत सैंकड़ों लोग उपस्थित थे।