नागरिक केन्द्रित पुलिसिंग के तहत बिहार पुलिस सोशल मीडिया सेन्टर विभिन्न सोशल मीडिया साइट्स पर नागरिकों द्वारा प्राप्त शिकायत एवं सुझावों पर त्वरित कार्रवाई कर रही है। Comments/Mentions/Direct messages (DM) के माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर 2 घंटे से भी कम के समय में उचित रिप्लाई देकर उनका समाधान कर रही है। दुष्प्रचार / भ्रामक खबरों का बिहार पुलिस की सोशल मीडिया टीम द्वारा तत्क्षण खण्डन कर घटना से जुड़े official version को त्वरित गति से साझा किया जा रहा है।
देशभर के अन्य राज्यों की तुलना में बिहार पुलिस फेसबुक पर 6 लाख 65 हजार फॉलोअर्स के साथ तीसरे स्थान पर है। इस रैकिंग में प्रथम स्थान पर केरल पुलिस एवं कर्नाटक पुलिस दूसरे स्थान पर है। बिहार पुलिस X और इंस्टाग्राम की रैकिंग में क्रमशः 4 लाख 63 हजार एवं 1 लाख 30 हजार फॉलोअर्स के साथ सातवें स्थान पर है। X और इंस्टाग्राम की रैकिंग में उत्तरप्रदेश पुलिस एवं केरल पुलिस क्रमशः प्रथम स्थान पर है।
सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म (Facebook + X + Instagram + Youtube) पर बिहार पुलिस के कुल फॉलोअर्स की संख्या 12 लाख 70 हजार है और इस प्रकार बिहार पुलिस कुल फॉलोअर्स की संख्या में टॉप-5 राज्यों में शामिल है। विगत दो माह में ही करीब 1 लाख 80 हजार नए फॉलोअर्स बिहार पुलिस के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मस पर जुडें हैं। इस अवधि में फेसबुक पर Reach 19 लाख 40 हजार एवं X पर Impression 50 लाख 58 हजार रहा। जो बिहार पुलिस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मस की लोकप्रियता को दर्शाती है।
बिहार पुलिस के सोशल मीडिया सेन्टर द्वारा लोगों को जागरुक करने की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है।इस संदर्भ में नए आपराधिक कानून, ट्रैफिक, साइबर, महिला तथा अन्य जागरुकता संबंधी कैंपेन को तैयार कर उसे सोशल मीडिया के जरिए प्रचार-प्रसार कर जन जागरुकता को बढ़ाने पर विशेष बल दिया जा रहा है।
बिहार पुलिस सोशल मीडिया सेन्टर के द्वारा संदिग्ध / Suspicious सोशल मीडिया अकांउटस को चिन्हित कर अग्रतर विधिसम्मत कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान बिहार में शांतिपूर्ण चुनाव कराने को लेकर बिहार पुलिस के सोशल मीडिया सेन्टर द्वारा चुनाव संबंधित संदिग्ध पोस्ट / दुष्प्रचार / फेक न्युज से जुडें इवेंट्स/पोस्ट को चिन्हित कर ऐसा करने वालों के विरुद्ध उचित कार्रवाई की गई। इसी प्रकार पर्व-त्योहारों के दौरान बिहार पुलिस सोशल मीडिया सेंटर द्वारा धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने तथा सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले व्यक्ति / पोस्ट को चिन्हित कर उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की गई।