रोहतास : RJD नेता फतेह बहादुर ने मंदिरों को पाखंड का केंद्र बताया है। उन्होंने कहा कि मंदिर का रास्ता अंधविश्वास पाखंड तथा मूर्खता की ओर ले जाता है. RJD विधायक ने कहा कि आज समाज में दो रास्ते हैं, लोग बच्चे को मंदिर में भेज या फिर स्कूल में। मंदिर अंधविश्वास, पाखंड और मूर्खता को बढ़ावा देने का काम करती है जबकि स्कूल हमें तर्कपूर्ण ज्ञान, वैज्ञानिकता और जीवन में बदलाव की ओर ले जाता है। हमें अब चुनना है कि हमें अपने बच्चों को कहां भेजने की आवश्यकता है। यह मेरा कहना नहीं है, यह सावित्रीबाई फूले का कहना है और उन्हीं के कही बातों को पब्लिक के बीच रख रहा हूं।
इसे लेकर संत समाज, राजनेताओं और आम लोगों की प्रतिक्रियाएं।सवाल- क्या आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ये पोलेराइजेशन की कोशिश है?क्योंकि राजद एमएलसी अब्दुल बारी सिद्दीकी ने मुस्लिमों को एकजुट होने की अपील की थी। बिहार विधान परिषद के मुख्य सचेतक ‘विरोधी दल’ मनोनीत होने के बाद कहा था कि हमारे लोग चौक चौराहा पर खड़े रहते हैं, तो कुछ लोग कहते हैं कि मिया (मुस्लिम) लोगों का मन काफी बढ़ गया है।