
दरभंगा : तेजस्वी यादव ने अहिल्या मन्दिर में पूजा अर्चना किया। उसके बाद उन्होंने गौतम कुंड का भी मुआयना किया. अहिल्या गौतम मन्दिर में पूजा अर्चना के बाद तेजस्वी यादव सहित राजद नेताओ ने जाले स्थित अल्होदा अकेडमी में आयोजित दावते ए इफ्तार पार्टी में भी शामिल हुए.इसके बाद दरभंगा में राजनीति गरमा गई है.बिहार के भूमि एवं राजस्व मंत्री संजय सरावगी ने कहा कि एक नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव का अलग ही रूप दिखा जहां टीका से नफरत और जालीदार टोपी से प्रेम. नेता प्रतिपक्ष ने माता अहिल्या के मंदिर में टीका लगाकर पूजा पाठ करते है दूसरी तरफ मन्दिर से कुछ दूरी पर ही एक दावते ए इफ्तार पार्टी के आयोजन में नेता प्रतिपक्ष शामिल होते है वहां जालीदार टोपी पहनते है और टीका को मिटा देते है. यह नेता प्रतिपक्ष का मुसलमानों के प्रति कितना प्रेम है यह दर्शाता है.उनके साथ चल रहे कुछ लोगों ने जालीदार टोपी भी लगा रखे थे और टीका भी लगाए हुए थे.मैं यह नही कहता है टोपी नही लगाना चाहिए लेकिन टीका मिटा देना यह तो सनातन धर्म के प्रति नफरत का भाव है. अगर टीका लगाए रहते और टोपी भी लगाते तो क्या दिखता.
लेकिन यह तो वोट बैंक की राजनीति के तहत इतनी गंदी मानसिकता दर्शाता है कि इनको टीका से नफरत है। इनको इतना है तो ये धर्म परिवर्तन कर लें.वहीं नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि तेजस्वी यादव जी को शर्म करनी चाहिए. जब वह माता अहिल्या की धरती पर माता अहिल्या का पूजन करने के दौरान वहां के पंडितों ने उनके सिर पर टीका लगाया और चार कदम की दूरी पर किसी गांव में आयोजित इफ्तार पार्टी में जाते है तिलक को मिटाकर टोपी को लगा लेते है. शर्म करनी चाहिए तेजस्वी यादव को अपने धर्म के साथ दुसरो के धर्म का सम्मान करें न की अपने को धर्म को अपमानित करके दूसरे के धर्म का सम्मान करें .तेजस्वी यादव वोट की रोटी सेंकने आज जाले गए थे. मुझे खेद है कि उन्होंने तिलक मिटाकर जालीदार टोपी धारण किया.हालांकि तेजस्वी यादव ने आज के दरभंगा दौड़े के बाद कहा कि वे सिर्फ आज अहिल्या गौतम मन्दिर में पूजा अर्चना करने आये थे. इसके बाद उन्होंने गंगा जमुनी तहजीब के तहत मुसलमान भाइयों के दावते ए इफ्तार में शामिल हुए है. तेजस्वी यादव इस बार राजनीतिक बयानों से बचते नजर आ रहे थे.पत्रकारों से बातचीत में नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि मजहबे ए इस्लाम के पांच स्तंभों में सबसे पवित्र महीना रमजान का रोजा है.ईफ्तार पार्टी का उद्देश्य सभी समुदाय के लोगों को एक साथ बैठ कर आपसी भाईचारा को मजबूत करना है.