मानसून की बारिश शुरू होने से गर्मी से राहत तो मिली है, लेकिन शहरवासियों का हाल- बेहाल कर दिया है। बारिश शुरू होते ही शहर की सूरत बिगड़ने लगी है। खासकर स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे कार्यों के कारण परेशानी और ज्यादा बढ़ गई है। पानी का निकास बाधित होने के कारण कई मुहल्ले में लोगों के घरों में पानी घुस गया है। कई जगहों पर सड़क पर तालाब जैसा नजारा भी देखने को मिला है। एक घंटे की बारिश ने ही आने वाले दिनों में शहर की क्या स्थिति होगी, इसका नजारा दिखा दिया। भैसासुर, धनेश्वर घाट पुलपर, रामचंद्रपुर, सोहसराय, बड़ी पहाड़ी जैसे कुछ रिहायासी इलाके में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
बिचली खंदकपर, बड़ी पहाड़ी और रामचंद्रपुर इलाके के कई दुकानों में बारिश के कारण नाले का पानी घुस गया। घंटे भर की बारिश से सड़कों पर ठेहुनाभर पानी सड़क पर जमा हो गया।स्मार्ट सिटी द्वारा किए जा रहे विकास कार्य से भविष्य में शहर की बेहतर तस्वीर दिखेगी या नहीं या भविष्य के ही गर्भ में है लेकिन वर्तमान की जो स्थिति है वह शहरवासियों के लिए बहुत ही बुरा अनुभव देने वाला है। वैसे वैसे तो बारिश में हर वर्ष शहर के लोगों की परेशानी बढ़ जाती है। लेकिन इस वर्ष स्मार्ट सिटी के तहत हो रहे काम की वजह से परेशानी ज्यादा बढ़ गई है। टेलीफोन एक्सचेंज से मॉडल स्कूल तक काम अधूरा रहने के कारण पैदल चलने के लिए भी सोचना पड़ रहा है।