सीतमढ़ी के डीपीएस स्कूल लगमा में एक छात्र को बेरहमी से पीटने का मामला सामने आया है । क्लास आठ के सेक्शन बी के शुभम को एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाना इतना महंगा पड़ गया, कि स्कूल प्रिंसपल और क्लास टीचर ने उसकी जम कर पिटाई की .और उसे 5 घंटे तक रूम में बंद कर रखा । जब शुभम की बहन नेहा झा और मां रागिनी झा स्कूल में पहुंची तो दोनो को सुभम से मिलने तक नही दिया गया । सुभम की मां ये सारी बाते बताते वक्त भावुक होकर रोते हुए दिखाई दी । ये सभी गंभीर आरोप दिल्ली पब्लिक स्कूल लगमा के आठवीं में पढ़ने वाले छात्र शुभम झा तथा उनके परिवार के लोगों ने लगाए हैं. शुभम के कान पर जख्म के गहरे निशान है । सुभम ने बताया की उसने अपने फ्रेंड का ग्रुप पढ़ाई के लिये बनाया था.
जिसमे टीचर को भी जोड़ा था ताकि किसी सब्जेक्ट में कोई प्रॉब्लम आये तो टीचर से पूछा जा सके। सुभम ने बताया कि उसके क्लास टीचर विकास पांडे ने पहले उसकी पिटाई की फिर प्रिंसिपल बादल सिंह ने भी डण्डे और थप्पड़ से पीटा और उसके बाद रूम में भी बंद करके रखा। शुभम ने बताया कि व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था जिसमें एक बच्चे ने एब्यूज्ड शब्द लिख दिया जिसकी सजा स्कूल के शिक्षकों ने शुभम को दी। सुभम ने बताया की उसकी गलती बस इतनी है कि उसने ग्रुप में बनाया उसके द्वारा कोई गंदा शब्द नही लिखा फिर भी टीचर द्वारा उसे बेरहमी से पीटा गया है।
फिलहाल शुभम को इलाज के लिए डुमरा PHC में लाया गया जहां उसका इलाज चल रहा है। शुभम की बहन नेहा ने बताया की स्कूल प्रबंधन द्वारा यह बताया गया कि शुभम ने एक लड़की के साथ भी छेड़खानी करता है. लेकिन जब संबंधित लड़की से बात की गई तो उसने ऐसी किसी भी बात से इंकार कर दिया शुभम के परिवार वालों का आरोप है ,कि शुभम को पीटने के बाद लड़की से जबरन सिग्नेचर लेकर शुभम पर ह्रास करने का आरोप लगाया गया पूरी तरह झूठा और बेबुनियाद है. फिलहाल शुभम को स्कूल से सस्पेंड भी कर दिया गया है।