बिहार में NDA में सीट बंटवारे पर पेच भी तक फंसा हुआ है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हनुमान कहे जाने वाले लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और जमुई से सांसद चिराग पासवान को INDIA अलायंस से बड़ा ऑफर मिला है। सूत्रों के हवाले से एक TV की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चिराग को 6+2+2 सीट देने की पेशकश की गई है। यानी बिहार में आठ और पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में दो सीट का ऑफर इंडिया गठबंधन की तरफ से दिया गया है।चिराग पासवान को इंडिया गठबंधन से बड़ा ऑफर मिल रहा है. सूत्रों की मानें तो चिराग को 8 से 10 सीटों का ऑफर मिला है। चिराग दोनों गठबंधन के लिए क्यों हैं जरूरी।। क्या वाकई में बिहार में एनडीए के लिये खतरे की घंटी बज गई है ।
समझा जाता है कि एनडीए में नीतीश की वापसी के बाद से ही नाराज़ चिराग पासवान को इंडिया गठबंधन की ओर से बिहार में आठ और उत्तर प्रदेश में दो लोकसभा सीटों की पेशकश की गई है। जबकि एनडीए की तरफ़ से चिराग को छह सीटों की ही पेशकश की गई है, और उसमें भी उनको सीटों को उनके चाचा और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख पशुपति पारस के साथ बाँटना होगा। उनके साथ चिराग के अच्छे संबंध नहीं हैं। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि चिराग को इंडिया गठबंधन की पेशकश में वे सभी छह सीटें शामिल हैं जिन पर लोक जनशक्ति पार्टी यानी एलजेपी ने 2019 में चुनाव लड़ा था, और इसके अलावा बिहार में ही दो सीटों और एवं उत्तर प्रदेश में भी दो सीटों की पेशकश की गई है। यानी चिराग की पार्टी को कुल 10 सीटें मिल सकती हैं जिनको उनको अपने चाचा के लिए छोड़ने की ज़रूरत भी नहीं होगी।
दोनों के बीच हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर भी लड़ाई है, जहाँ से दोनों चुनाव लड़ना चाहते हैं। फिलहाल पशुपति पारस हाजीपुर से सांसद हैं, लेकिन चिराग पासवान ने भी अपने दिवंगत पिता राम विलास पासवान की विरासत का हवाला देते हुए हाजीपुर सीट पर अपना दावा ठोक दिया है। राम विलास पासवान के निधन के एक साल बाद पशुपति पारस द्वारा तख्तापलट के बाद 2021 में लोक जनशक्ति पार्टी विभाजित हो गई थी। राम विलास पासवान पशुपति पारस के भाई और चिराग पासवान के पिता थे। पारस को भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए द्वारा कैबिनेट में जगह दिए जाने के बाद चिराग पासवान ने जनता दल यूनाइटेड और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला किया था। हालाँकि, उन्होंने भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने से परहेज किया था। उन्होंने पीएम मोदी को पहले अपना राम कहा था और कहा था कि वह उनके हनुमान हैं।