जिस विधानसभा के विधायक राज्य के खेल मंत्री हो और उनके स्थानीय शहर के खेल मैदान में ताला लगा दिया जाए। खिलाड़ियों को खेलने के लिए प्रवेश वर्जित हो ,सुबह टहलने वालों पर पाबंदी लग जाए, तो इससे बड़ी शर्मनाक बात क्या हो सकती है ?जी हां , मैं बात कर रहा हूं लाल बहादुर शास्त्री रेलवे फुटबॉल ग्राउंड की जो शहर के बीचोबीच स्थित है ।यही वह मैदान है जहां शहर के कई बड़े कार्यक्रम खेलकूद प्रतियोगिताओं से लेकर, रैली ,जनसभा, मनोरंजन के लिए मेला, सर्कस आदि संपन्न होते रहे हैं।कभी इसी मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की जनसभा हुई ।यही से लालू यादव ने भी चुनावी बिगुल फूंकी थी। उस वक्त भी यह मैदान रेलवे के अधीन था। लेकिन उस समय रेलवे इसे आय का स्रोत नहीं मानती थी।
विगत कुछ वर्षों से रेलवे इसे आय के स्रोत के रूप में उपयोग में ला रही है। वर्ष के 365 दिनों में लगभग 300 दिनों तक मेले,, ठेले वालों के लिए बुक ही रहता है। जिसके एवज में रेलवे उनसे प्रतिदिन ₹4000 चार्ज करती है। बाकी के बचे दिनों में अगर कोई कार्यक्रम यहां करना चाहता है तो उनसे भी ₹4000 प्रतिदिन के हिसाब से वसूली की जाती है। अब कुल मिलाकर वर्ष भर में रेलवे को इससे होने वाली आमदनी की बात करें तो लगभग 10 लाख से कम की आमदनी नहीं होगी। वहीं दूसरी ओर इतनी आमदनी होने के बावजूद इसके रखरखाव में होने वाले खर्च की बात करें तो उस एवज में रेलवे का खर्च शून्य है ।जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण रेलवे परिसर में बिखरी पड़ी गंदगी ,शराब की फूटी हुई बोतलें ,आवारा पशुओं द्वारा फैली गंदगी, मैदान में जहां-तहां गड्ढे आदि हैं।
अब इस मुद्दे को लेकर स्थानीय अखबारों के माध्यम से साफ सफाई हेतु रेल प्रशासन की आंख खोली गई तो रेलवे ने इसे दूर करने के बजाय मुख्य द्वारों पर ताला ही जड़ दिया। जिससे अब बूढ़े ,बुजुर्ग ,खिलाड़ियों, छात्र-छात्राओं को सुबह टहलने और खेलने में परेशानी होने लगी।हालांकि रेलवे मैदान में अभी कुछ लोग हाजी गली के चोर रास्ते से घुसकर घूम रहे हैं और खेल भी रहे हैं ।क्योंकि आज तक उस ओर रेलवे को इतनी हिम्मत नहीं हुई कि गेट लगवा सकें। जब -जब उस एरिया को बंद करने की रेलवे ने कोशिश की है, तो हाजी गली के लोगों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है ।रेल प्रशासन के इस रवैया से पूरे शहर वासी, खेल प्रेमी ,सामाजिक संगठन है और रेलवे के इस व्यवहार पर आंदोलन को आतुर हैं उन्होंने स्थानीय विधायक सह खेल मंत्री से मैदान के ताला को खोलने और समुचित रखरखाव करने की मांग की है ।