रजौली के भानेखाप गांव के जंगलों में सोमवार को एसपी नवादा के निर्देशानुसार दंडाधिकारी के रूप में सीओ की मौजूदगी में एसडीपीओ के नेतृत्व में एसएसबी एवं पुलिस टीम के सहयोग से करीब पांच कट्ठा में लगी अफीम की तैयार फसल को नष्ट किया गया।एसडीपीओ ने बताया कि सूचना तंत्र के द्वारा जानकारी मिली थी कि रजौली थाना क्षेत्र के जंगली क्षेत्र में भारी मात्रा में अफीम की खेती की जा रही है।सूचना के सत्यापन थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर के द्वारा बीती रात्रि को पुलिस बलों को सिविल ड्रेस में भेजकर करवाया गया था।सूचना के सत्यापन के बाद थानाध्यक्ष,अपर थानाध्यक्ष सह एसआई एवं एसएसबी जवान के साथ पुलिस बलों की एक टीम गठित किया गया।एसडीपीओ ने कहा कि गठित टीम द्वारा सोमवार को छापेमारी कर लगभग पांच कट्ठे खेत में तैयार अफीम की खेती को विनष्ट किया गया।साथ ही कहा कि दंडाधिकारी सह सीओ द्वारा जमीन के मालिक के नाम आदि दिए जाने के बाद प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।हालांकि अफीम की तैयार फसल को नष्ट किये जाने से नशीला पदार्थ को बाजार तक पहुंचने से रोका गया है।अगर समय रहते इसको ध्वस्त नहीं किया जाता तो करोड़ों के मूल्य का नशा बाजार तक पहुंच जाता।पुलिस की कार्रवाई कई दिनों की लगातार प्लानिंग एवं सटीक आसूचना संकलन के बदौलत सफल हुई है।एसडीपीओ ने कहा कि थानाध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज कर अग्रतर कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया गया है।
सुदूरवर्ती क्षेत्र के कारण बार-बार पुलिसिया कार्रवाई के बाद भी अफीम का कारोबार फल-फूल रहा है।बताते चलें कि बीते वर्ष 2023 के 4 फरवरी को परतौनिया गांव में तीन एकड़ में रहे अफीम को विनष्ट किया गया था।वहीं मौके से 20 किलोग्राम हरा अफीम एवं एक रायफल बरामद किया गया था।वहीं 26 फरवरी को परतौनिया एवं चरघरवा गांव के समीप 3.5 एकड़ में फैले अफीम की खेती को विनष्ट किया गया था।वहीं वर्ष 2022 के 13 मार्च को लगभग सवा एकड़ में रहे अफीम को विनष्ट किया गया था।