गया से मनोज की रिपोर्ट ,
गया लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका को पूरी तरह समाप्त कराने के उद्देश्य से मोदी सरकार अब संसद में धरना, प्रदर्शन, नारेबाजी सहित विपक्ष के सभी मौलिक अधिकारों को छीनने को आतुर है।अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व सांसद रंजीत सिंह उर्फ रंग बाबू, पूर्व विधायक मो खान अली, राम प्रमोद सिंह, विद्या शर्मा, अमरजीत कुमार, टिंकू गिरी, सैयद असरफ इमाम, डा अहमद हुसैन मक्की, श्रवण पासवान, विनोद उपाध्याय, सुजीत कुमार गुप्ता, राजेश अग्रवाल, सुरेंद्र मांझी, बाल्मिकी प्रसाद, जागरूप यादव, आदि ने कहा की मोदी सरकार द्वारा लोकतंत्र एवम् संसदीय खूबसूरती को तार, तार करते हुए पहले विपक्षी सदस्यों के मुंह पर ताला लगा कर शब्दों को प्रतिबंध कर हटाने का काम किया, अब संसद के बाहर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के प्रतिमा के पास जो धरना, प्रदर्शन, नारेबाजी कर अपने मांग को रखते थे,
उसे भी समाप्त कर आखिर देश के सबसे बड़े सदन संसद को गूंगी, बहरी मोदी सरकार बनाना चाहती है।नेताओ ने कहा की शायद मोदी जी अहंकार में इस प्रकार वशीभूत है की उन्हे ऐसा लग रहा है की अब देश की सत्ता पर मैं स्थाई रूप से काबिज हो गया हूं, जो इनकी भारी भूल है, क्योंकि भारत की महान जनता ही सर्वेसर्वा है, जो जब चाहेगी किसी सरकार को उखाड़ फेंक देंगी।नेताओ ने कहा की लोकतंत्र की खूबसूरती विपक्ष है, जिसकी आवाज को दबाना जनता की आवाज को बंद करना है, इसलिए विपक्ष के सम्मानित सदस्यगण मोदी सरकार के लाख प्रतिबंध के बाबजूद अपनी आवाज को बुलंद करते रहेंगे।