
गोपालगंज 15 वर्षीय लड़की से गैंगरेप का मामला सामने आया है. एक कार में सवार तीन आरोपियों ने लड़की का अपहरण किया और गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने के बाद उसे सड़क किनारे छोड़ कर फरार हो गए. किसी तरह लड़की ने घर जाकर पूरे घटना की जानकारी दी तो आनन फानन में उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. बताया जाता है कि बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले किसान की 15 वर्षीय बेटी 10 अप्रैल की शाम को घर से सब्जी लाने के लिए निकली थी, तभी रास्ते में एक कार में सवार तीन लड़कों ने जबरदस्ती लड़की को अपने कर में उठा लिया और उसको दिघवा दुबौली ले गए जहां तीनों ने बारी-बारी से उसके साथ गैंगरेप किया.
लड़की की हालत जब खराब हो गई तो अगले दिन उसको रास्ते में छोड़कर सभी फरार हो गए. वही इस वारदात के बाद गोपालगंज पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस पहले तो आनाकानी करती रही बाद में एक आरोपी का नाम नही देने का दबाब बनाने लगी। अब यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर किसके दबाव में आकर पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई के बजाय उन्हें बचाने में लगी हुई थी.वही घटना की सूचना पाकर गोपालगंज के एसपी अवधेश दीक्षित ने पूरे मामले की जांच की.इस दौरान उन्होंने परिजनों से भी घटना की जानकारी ली और आश्वासन दिया कि किसी भी हाल में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. पीड़िता की शिकायत पर बैकुंठपुर पुलिस ने तीन लोगों पर रिपोर्ट दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी है.