पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने आखिरकार पार्टी के दौरंगी नीति और उनके ऊपर लगाए गए जमीन से जुड़े गंभीर मामलों के बाद अपने पैतृक गांव मुस्तफापुर में प्रेस वार्ता कर जदयू से इस्तीफा दे दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद उनके गांव मुस्तफापुर में मौजूद दर्जनों जदयू कार्यकर्ताओं ने भी लगे हाथ हो सामूहिक इस्तीफा पार्टी आलाकमान को भेज दिया। इस्तीफा देने के बाद कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब हमारे राम ने ही पार्टी से इस्तीफा ले लिया। बिहार प्रदेश के तमाम आरसीपी गुट ने सामूहिक इस्तीफा लेने का निर्णय ले लिया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम लोग पिछले कई दिनों से लगातार मेंटली टॉर्चर हो रहे थे। रामचंद्र प्रसाद जैसे नेता मेंटली टॉर्चर हो सकते हैं तो फिर उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने वाले हम कार्यकर्ता कैसे प्रताड़ित नही हो सकते हैं।
रामचंद्र प्रसाद ने पार्टी को संगठन को जन-जन तक मजबूत करने का काम किया। कार्यकर्ताओं ने जदयू पार्टी को 1 महीने के अंदर नेस्तोनाबूत होने की भविष्यवाणी भी कर दी। कार्यकर्ताओं ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड डूबती हुई नाव है और कल सुबह होते होते यह पार्टी पूरी तरह से विलीन हो जाएगी। लाखों लाख का कार्यकर्ता सोशल मीडिया के माध्यम से इस्तीफा देने का काम करेंगे। कल शाम होते-होते प्रखंड स्तर जिला स्तर प्रदेश स्तर के नेता सामूहिक इस्तीफा देने का काम करेंगे नीतीश कुमार के नेतृत्व में जो षड्यंत्र रचा जा रहा है सही कार्यकर्ताओं को जो बेवजह परेशान किया जा रहा है हम समय रहते हैं ऐसे नेताओं को उसकी औकात बताने का काम करेंगे।