गया से मनोज की रिपोर्ट
आज गया जिला मुख्यालय पर ऐपवा के राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत युवा नेता का तारिक अनवर समेत सभी गिरफ्तार आंदोलनकारियों को रिहा करने व अग्निपथ योजना को वापस लेने,महिलाओं के सभी कर्ज माफ करने,बढ़ती महंगाई पर अंकुश लगाने, रसोई गैस की कीमत अधिकतम 500रु. करने की मांग तथा महिलाओं पर देश भर में बढ़ रही हिंसा के खिलाफआज़ाद पार्क से जिला मुख्यालय तक मार्च निकाला गया.स अवसर पर ऐपवा नेत्री सह स्वयं सहायता समूह संघर्ष समिति की राज्य संयोजक का रीता बर्नवाल ने कहा कि ऐपवा, आरवाइए के राज्य उपाध्यक्ष कॉमरेड तारीक अनवर को 19 जून की रात 10 बजे गया पुलिस द्वारा उनके घर से प्रिवेंटिव डिटेंशन के बहाने उठा ले जाने और बाद में फर्जी मुकदमा कर जेल भेजने पर कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए उनकी अविलंब रिहाई की मांग करती है.
सेना में भर्ती की नई नीति ‘अग्निपथ योजना’ से ठगे और नाराज युवाओं के आंदोलन को कुचलने के लिए बड़े पैमाने पर निर्दोष नौजवानों पर मुकदमा लाद जेल भेजा जा रहा है. अग्निपथ योजना भारत के उन युवाओं के साथ विश्वासघात है, जिन्होंने वर्षों से सेना में भर्ती होने का सपना देखा था. मोदी सरकार ने देश के संसाधनों- पीएसयू, रेलवे, एयर लाइन्स, कोयला और स्टील को कौड़ियों के मोल कॉरपोरेटों को बेच नौजवानों के लिए लाखों स्थायी नौकरियों को समाप्त कर दिया. हर क्षेत्र में कॉरपोरेटों के लिए हितकारी कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम को लागू कर गरिमापूर्ण रोजगार के सभी अवसरों को समाप्त कर दिया.अब मोदी सरकार भारतीय सेना के जवानों के नियमित काम को भी सिर्फ 4 साल के लिए ठेकाकरण कर उनके रैंक और पेंशन के अधिकार को भी समाप्त कर दिया है. यह सेना जैसे गरिमापूर्ण संस्थान का अवमूल्यन भी है.
4 साल के लिए सेना में ठेके पर बहाली देश की बाह्य और आंतरिक सुरक्षा से भी खिलवाड़ है. यह देश के लिए शर्म की बात है कि पूर्व सैनिकों की रैली में “वन रैंक वन पेंशन” के वादे करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब “नो रैंक नो पेंशन” का वादा कर रहे हैं.इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार की जदयू-भाजपा सरकार महिलाओं के सभी कर्ज माफ करे. सरकार की नीति के कारण एस.एच.जी और माइक्रो वित्त कंपनियों द्वारा महिलाओं के गरीबी हटाने और उनके सशक्तिकरण के नाम पर कर्ज के दलदल में डुबो दिया गया है.कर्ज के जरिये उनके श्रम का असीम शोषण कर लघु वित्त कंपनियां मालामाल हो रही है. सरकार इनके कर्ज माफ करे ताकि समस्तीपुर जैसी घटना, जहां कर्ज के बोझ से परिवार ने हाल में ही आत्महत्या कर ली थी,की पुनरावृत्ति न हो.साथ ही बढ़ती महंगाई की मार सबसे अधिक महिलाओं को झेलनी पड़ रही है. उन्होंने आसमान छूती मंहगाई पर रोक लगाने और गैस सिलिंडर की कीमत हाफ करने की भी मांग सरकार से की.
इस अवसर पर मार्च का नेतृत्व ऐपवा नेत्री का. रीता बर्नवाल ने किया.मार्च में बरती चौधरी, बेबी चौधरी, विभा भारती, धर्मशीला देवी और बबली देवी गुडिया देवी समेत अनेको लोग शामिल थे.