
किसान सलाहकारों ने जनसेवक पद पर समायोजन की मांग को लेकर जिला कृषि कार्यालय में तालाबन्दी की। नालन्दा जिले के किसान सलाहकार बिहार प्रदेश किसान सलाहकार संघ, पटना के आहवाहन पर 06 जून 2023 से अपनी मांगों के समर्थन में लगातर तेरहवें दिन भी हड़ताल पर हैं। अपने लगन व परिश्रम से खून-पसीना बहाकर नालन्दा धान की उपज में विश्व रिकार्ड को तोड़ा। किसान सलाहकार किसानों के बीच घर-घर जाकर कृषि विभाग की योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम करते हैं। इतना काम लेने के बाद भी अल्प मानदेय मात्र 13000/- (तेरह हजार) दिया जा रहा है।

तेरह वर्षों से कार्यरत रहने के बाबजूद मात्र तेरह हजार रूपये का मानदेय देकर बिहार सरकार किसान सलाहकार का भरपूर शोषण व अन्याय कर रही है। इस मंहगाई के दौर में इतना कम मानदेय में अपने परिवार व बच्चों का भरण-पोषण, पढ़ाई-लिखाई, ईलाज, मकान किराया, बिजली बिल व अन्य खर्च संभव नहीं है। बिहार सरकार के मनमानी व उपेक्षापूर्ण रवैये के कारण हमलोग अपने-आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे है। परिणाम स्वरूप सड़क पर आने को मजबुर हुए हैं। करो या मरो की नीति के तहत जबतक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती है, तबतक अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी रखेंगे। नहीं हटेंगे-डटे रहेंगे।