नालंदा में पुलिस वाले का अमानवीय चेहरा आया सामने आया है, जहां एक मजदूर की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें मजदूर रो रोकर अपनी बेगुनाही का सबूत दे रहा है और पीटने से पहले अपना कसूर पूछ रहा है. दरअसल पूरा मामला ज़िले के गिरियक थाना क्षेत्र चिमनी भट्टा पर काम करने वाले एक मजदूर अशोक प्रसाद पिता सूर्यदेव प्रसाद (28) का है
. जहां बुधवार के शाम को करतीसराय थाना क्षेत्र के बिलारी गांव से मजदूरी कर वापस गिरियक मझनपुरा चिमनी लौट रहे थे. तभी सतौआ नदी के पास गिरियक पुलिस की जिप्सी रुकी और इसे रोककर पहले दो पुलिस वाले इनका एक एक हाथ पकड़ा और तीसरे ने लाठी से पीटना शुरू कर दिया. जब पीड़ित पुलिस वाले से अपनी गलती के बारे में पूछ रहा था तो उसे कुछ भी बताने से इंकार किया और टूटे हुए पैर में डंडे से पिटता रहा. इस घटना का वीडियो नालंदा में सोशल मीडिया पर कल से खूब तेज़ी से वायरल हो रहा है. जहां पुलिस कर्मी मानवाधिकार का हनन कर रहे हैं। फिलहाल इस वीडियो को एसपी अशोक मिश्रा और राजगीर डीएसपी प्रदीप कुमार को भेज दिया गया है।
आवाज़ न्यूज़ इस विडियो की पुष्टि नही करता है .