जल संसाधन विभाग अपने सिविल इंजीनियरों को आईआईएमसी बोधगया के माध्यम से काम का मैनेजमेंट कैसे की जाए इसके लिए ट्रेनिंग को लेकर राज्य सरकार में बोधगया आईआईएमसी से करार किया है जल संसाधन मंत्री संजय झा आईआईएमसी के निदेशक विनीता सहाय के साथ करार किया है पटना के ज्ञान भवन में कार्यक्रम के माध्यम से जल संसाधन विभाग के कई सिविल इंजीनियर अधिकारी एवं बोधगया आईआईएमसी के कई अधिकारी मौजूद रहे। बिहार में आए दिन बाढ़ की समस्या से लोगो को कैसे निजात मिल सके इसके लिए जल संसाधन विभाग के 300 से अधिक सिविल इंजीनियर ट्रेनिंग लेंगे ईआईएमसी के निदेशक विनीता एस सहाय ने कहा कि मैनेजमेंट के माध्यम से हम हर काम को आसान करने का तरीका निजात करते हैं।
ताकि मैनेजमेंट के माध्यम से काम को सही समय पर किया जा सके वही आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव संजय अग्रवाल ने कहा कि काम कौन मैनेजमेंट के माध्यम से कैसे सॉल्व करें किसके लिए आईआईएमसी बोधगया से करार हुआ है इससे हमारे विभाग के सिविल इंजीनियर को फायदा मिलेगा। वहीं आईआईएमसी बोधगया के माध्यम से जल संसाधन विभाग के सिविल इंजीनियर को काम का तरीका सिखाया जाए इसको लेकर संजय झा ने कहा किहमारे विभाग के जो नए इंजीनियर बहाल हुए हैं उन्हें काम को मैनेजमेंट के माध्यम से कैसे कम समय में किया जाए इसके लिए आईआईएमसी बोधगया के माध्यम से हम लोग ट्रेनिंग देंगे ताकि समय रहते हैं काम को पूरा किया जा सके।
वही संजय झा ने एक बार फिर भारत सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है उन्होंने कहा कि बिहार में जो भी बाढ़ की समस्या होती है उसमें केंद्र सरकार जिम्मेदार है क्योंकि 2 देशों आपस में समन्वय बैठाने में काम नहीं करते जिसकी वजह से बिहार को हर साल बाढ़ की समस्या झेलनी पड़ती है संजय झा ने कहा कि नेपाल के राजदूत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पिछले दिनों मिले थे नेपाल में बन रहे डैम को लेकर भारत सरकार अभी तक कोई नेपाल सरकार से करार नहीं किया जिसकी वजह से काम अभी तक शुरू नहीं हो पाया है।