मधुबनी :- सरकार लाख दावे कर ले लेकिन दवे आपातकालीन स्थिति में खोखले साबित होते हैं । ऐसी स्थिति मधुबनी सदर हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में आए दिन बनती रहती है । बताते चले कि मधुबनी सदर हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज केलिए लाए जाने वाले छोटे-छोटे बच्चे को प्राथमिक उपचार के बाद शिशु वार्ड में भर्ती कर दिया जाता है लेकिन उन्हें देखने के लिए 24 घंटे चाइल्ड स्पेशलिस्ट की नियुक्ति सदर हॉस्पिटल में नहीं है जिस कारण उनकी जिंदगी भगवान भरोसे रहती है । जिस कारण सदर हॉस्पिटल में बच्चे को इलाज के लिए लेकर आए परिजनों में आक्रोश देखा गया। बाइट,_बच्चे के इलाज के लिए सदर हॉस्पिटल में आक्रोशित परिजन।
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