29 जुलाई को नगरनौसा थाना क्षेत्र के अकैर गाँव से 8 किसानों द्वारा बैंक खाता से अवैध निकासी की शिकायतों के आधार पर नालंदा साइबर थाना में दर्ज किया गया। शिकायतकर्ता रौशन कुमार के द्वारा दर्ज प्राथमिकी के अनुसार वेबसाइट क्लोन कर E-KYC के माध्यम से आधार बायोमेट्रिक पहचान (फिंगरप्रिंट) की चोरी कर बैंक खाता से सेंध लगाने की बात प्रकाश में आयी। इस कांड के सफल उद्भेदन हेतु तत्काल पुलिस उपाधीक्षक, साइबर, ज्योति शंकर के नेतृत्व में एक एस०आई०टी० का गठन किया गया। एस०आई०टी० के द्वारा कांड के विभिन्न पहलुओं की गहनता से जाँच की गयी, साक्ष्य संकलित किये गये एवं 8 साइबर अपराधियों की गिरफ़्तारी की गयी । अनुसंधान के क्रम में तत्काल फ़ेक वेबसाइट http://agricultures.in’ को ब्लॉक कराया गया तथा कृषि विभाग के संबंधित पदाधिकारियों को इस संबंध में सूचित किया गया, तथा भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट को प्रचारित भी किया गया। अपराधियों के विभिन्न संदेहास्पद ठिकानों पर नज़र रखी गयी तथा लगातार प्रयास के बाद 8अगस्त को 8 अपराधियों को न्यू अलकापुरी, गर्दनीबाग, पटना में एक किराये के फ़्लैट से गिरफ़्तार किया गया। गिरफ़्तारी उपरांत अपराधियों से पूछ-ताछ की गयी। पूछताछ के क्रम में कांड का खुलासा हुआ। ठगों के पास से 7 लाख 50000 नगद साठ रबर फिंगरप्रिंट 24 मोबाइल लैपटॉप बरामद किया गया. इस कांड में गिरफ़्तार अभियुक्त पेशेवर अपराधी हैं एवं पूर्व में भी सी०एस०पी० खोलने आदि के नाम ठगी करते रहे हैं। इनके पास से बरामद दस्तावेज़ों एवं इनकी गिरफ़्तारी से सैकड़ों व्यक्तियों की ठगी होने से बचाया गया है। अब तक 18 से अधिक लोगों की ठगी हुई है।
नालंदा : ठग का गिरोह का पर्दाफास
gang of thugs busted