मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने एक अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में उद्योग विभाग एवं भवन निर्माण विभाग द्वारा क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत चयनित लाभुकों को अनुदान के प्रथम किस्त का भी वितरण किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान लगभग 2 हजार 509 करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से भवन निर्माण विभाग एवं उद्योग विभाग की कुल 81 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रुप से 5 लाभुकों श्री अजय कुमार, श्री शमशाद हुसैन, श्रीमती एम० फातिमा, श्री नंदन कुमार एवं श्रीमती दीपा कुमारी को प्रथम किस्त के रुप में 50-50 हजार का चेक प्रदान किया। कार्यक्रम में बिहार लघु उद्यमी योजना के अंतर्गत चयनित 40 हजार 102 लाभार्थियों को प्रथम किस्त के रूप में 200 करोड़ 51 लाख रुपये का ऑनलाइन हस्तांतरण किया गया।
कार्यक्रम के दौरान उद्योग विभाग की 1 हजार 68 करोड़ रुपये की लागत से कुल 75 योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया गया। बिहार लघु उद्यमी योजना के अंतर्गत 40 हजार 102 लाभुकों को प्रथम किस्त के रूप में प्रति लाभार्थी 50 हजार रुपये की दर से अनुदान उपलब्ध कराया गया। उद्योग विभाग द्वारा 447 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 33 परियोजनाओं का उद्घाटन एवं 621 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली 42 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 59 करोड़ रुपये की लागत से बिहटा में ई-रेडिएशन सेन्टर एवं एक्सपोर्ट पैक हाउस का लोकार्पण किया, जिसके अंतर्गत कृषि उत्पादों के रेडिएशन एवं पैकिंग की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे किसानों को लाभ होगा। पटना, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चम्पारण एवं भागलपुर जिलों में 24 लाख वर्ग फीट के प्लग एण्ड प्ले शेड्स का उद्घाटन किया गया।
उद्योग विभाग के अंतर्गत 106 करोड़ रूपये की लागत से पटना जिले के फतुहा इंडस्ट्रियल एरिया, पूर्णियां जिले के पूर्णियाँ इंडस्ट्रियल एरिया तथा भागलपुर जिले के बरारी इंडस्ट्रियल एरिया में स्टार्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम, बिटुमिनस रोड तथा स्ट्रीट लाईट संबंधी योजना का शिलान्यास किया गया। शिलान्यास की जा रही योजनाओं के अंतर्गत 21 करोड़ 9 लाख रूपये की लागत से पटना के गाँधी मैदान के पास उद्योग भवन एवं फ्रेजर रोड पर बी०एस०एफ०सी० बिल्डिंग में नए स्टार्ट अप बिजनेस सेन्टर संबंधी योजनाओं के साथ-साथ 4 करोड़ 23 लाख रूपये की लागत से मुजफ्फरपुर जिले के गोरौल इंडस्ट्रियल एरिया में फ्लेक्सिबल पेवमेन्ट योजना शामिल है। 9 करोड़ 40 लाख रूपये की लागत से नालन्दा, भागलपुर और गोपालगंज जिलों में जिला उद्योग केन्द्र के नये भवन तथा बक्सर जिले में बियाडा कार्यालय भवन के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया। साथ ही 36 करोड़ 97 लाख की रूपये की लागत से भागलपुर जिले में सीपेट बिल्डिंग तथा हाजीपुर जिले में सीपेट ब्वायज हॉस्टल का निर्माण कार्य एवं 31 करोड़ 98 लाख रूपये की लागत से मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर एवं पानापुर इंडस्ट्रियल एरिया में सड़क एवं पुल का निर्माण कार्य शामिल है। इसके अलावे 7 करोड़ रूपये की लागत से रोहतास जिले के दिनारा में टूल एवं ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट तथा हॉस्टल का निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया गया।कार्यक्रम के दौरान बिहार लघु उद्यमी योजनान्तर्गत लाभार्थियों को प्रथम किस्त की राशि का वितरण किया गया। वित्तीय वर्ष 2023-24 हेतु कुल 40 हजार 102 लाभुकों का चयन किया गया है। सभी चयनित लाभुकों को प्रथम किस्त के रूप में 50 हजार रूपये का चेक उपलब्ध कराया गया।
आज के कार्यक्रम में भवन निर्माण विभाग की 1 हजार 441 करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से कुल 06 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। इसके अंतर्गत 1 हजार 374 करोड़ 83 लाख रुपये की लागत से 5 योजनाओं का लोकार्पण एवं 66 करोड़ 92 लाख रुपये की लागत से 1 योजना का शिलान्यास किया गया। भवन निर्माण विभाग की लोकार्पित की जा रही योजनाओं के अंतर्गत वाल्मीकि सभागार एवं अतिथि गृह शामिल हैं। 120 करोड़ रुपये की लागत से मुख्यमंत्री द्वारा इसका शिलान्यास 05 मई 2022 को किया गया था। दो तल वाले इस सभागार में 500 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता वाला अत्याधुनिक प्रेक्षागृह, ग्रीन रूम, अतिविशिष्ट कक्ष, भोजनालय, बहुद्देशीय हॉल एवं एक बड़ा सभागार है। इस भवन में 02 लिफ्ट भी लगाई गई हैं। आधुनिक सुविधाओं से युक्त अतिथि गृह में 01 अति विशिष्ट सुइट, 05 सुइट, 27 सुपर डीलक्स एवं 30 डीलक्स कमरे, 25 सामान्य कमरे तथा 40 बेड की डॉरमेट्री है। बोधगया में 136 करोड़ रुपये की लागत से माया सरोवर एवं महाबोधि सांस्कृतिक केन्द्र के निकट 5 एकड़ भू-खण्ड पर राज्य अतिथि गृह बनाया गया है। इस 08 मंजिले राज्य अतिथि गृह में आधुनिक सुविधाओं से युक्त 90 कमरे हैं, जिसमें 10 सिंगल बेड, 78 डबल बेड तथा 02 प्रेसिडेंसियल सुइट हैं। अत्याधुनिक तकनीक से निर्मित इस अतिथि गृह में रेस्तरां, बैंक्वेट हॉल, जिम, फिटनेस सेंटर, स्विमिंग पूल, स्पा तथा लिफ्ट भी शामिल हैं।
कार्यक्रम के दौरान विधान पार्षद आवास योजना के अंतर्गत 645 करोड़ रुपये की लागत से 19 एकड़ भू-खण्ड पर विधान पार्षदों के आवासन हेतु 75 आवासों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जिसमें से 55 आवासों का उद्घाटन वर्ष 2019 में किया जा चुका है तथा आज 18 आवासों का उद्घाटन किया गया। 30 करोड़ रुपये की लागत से 05 एकड़ भू-खण्ड पर पटना जिले के बिहटा में वृहद आश्रय गृह, पटना में निर्मित किया गया है। मुख्यमंत्री बाल आश्रय विकास योजना अंतर्गत शिशु बालक-बालिकाओं के सुरक्षित आवासन हेतु इस परिसर में छात्रावास, कॉमन फैसिलिटी सेंटर, स्टाफ क्वाटर एवं खेल के मैदान हैं। साथ ही राज्य सरकार के पदाधिकारियों के आवासन हेतु बहुमंजिली इमारत का निर्माण कराया गया है। 443 करोड़ 62 लाख रुपये की लागत से मुख्यमंत्री द्वारा पटना के गर्दनीबाग में राज्य सरकार के पदाधिकारियों के आवासन हेतु 752 फ्लैटों के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया था। प्रथम चरण में वर्ष 2023 में मुख्यमंत्री द्वारा ई-टाईप के 48 आवासों का उद्घाटन किया गया। आज के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा ई टाईप के 24 एवं डी-टाईप के 128 कुल-152 फ्लैटों का उद्घाटन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान भवन निर्माण विभाग के अंतर्गत 66 करोड़ 92 लाख रुपये की लागत से 5 एकड़ भू-खण्ड पर अभियंत्रण विश्वविद्यालय, पटना के भवन का शिलान्यास किया गया। इसके अंतर्गत 05 मंजिले मुख्य भवन, अतिथि गृह, एवं केयर टेकर निवास का निर्माण किया जाएगा।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री संदीप पौंड्रिक ने पुष्पगुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। उद्योग विभाग एवं भवन निर्माण विभाग द्वारा क्रियान्वित योजनाओं पर आधारित एक-एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। मुख्यमंत्री ने ‘उद्योग संवाद’ त्रैमासिक पत्रिका का भी विमोचन किया।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, भवन निर्माण मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, पर्यटन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री ब्रजेश मेहरोत्रा, विकास आयुक्त श्री चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री संदीप पौंड्रिक, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, उद्योग विभाग के निदेशक श्री पंकज दीक्षित, उद्योग विभाग के विशेष सचिव श्री दिलीप कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारीगण एवं अभियंतागण उपस्थित थे जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित जिलों के जिलाधिकारी एवं जन प्रतिनिधिगण जुड़े हुये थे।