बिहार में सरकारी स्कूल में छुट्टियों को लेकर सियासत जोरो पर है .बीजेपी के नेता निखिल आनंद ने कहा बिहार सरकार बिहार को पाकिस्तान बनाने पर तुला हुआ है .और कहा की हिन्दुओ छात्रों की छुट्टी कम और मुस्लिम छात्रों की छुट्टी ज्यादा क्यों ? बिहार सरकार द्वारा छुट्टियों को लेकर जारी कलेंडर पर घमासान कम होने का नाम नही ले रहा है .अब घमासान की वजह बना है बिहार सरकार की ओर से 12वीं कक्षा तक के लिए जारी छुट्टियों का कैलेंडर.
बिहार सरकार ने साल 2024 के लिए स्कूलों में अवकाश का कैलेंडर जारी कर दिया है जिसमें महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी और रक्षाबंधन जैसे त्यौहारों के नाम नहीं है.इसे लेकर विपक्षी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला बोल दिया है. बीजेपी ने तंज करते हुए कहा है कि नीतीश सरकार बिहार को इस्लामिक स्टेट घोषित कर दे. स्कूल में वार्षिकोत्सव, गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती और दूसरे महापुरुषों की जयंती मनाई जाएगी. इसके साथ ही शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि लोकसभा चुनाव को लेकर गीष्म अवकाश में परिवर्तन किया जा सकता है. विभाग इसके लिए अलग से आदेश निकालेगा.
विभाग द्वारा जारी कैलेंडर में रक्षाबंधन, महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी की छुट्टी को खत्म कर दिया गया इसके साथ ही मकर संक्रांति, तीज, विश्वकर्मा पूजा और जिउतिया की भी छुट्टी रद्द हो गई है. वहीं ईद और बकरीद पर छुट्टी बढ़ा दिया गया है.शिक्षक और कर्मी प्रशासनिक कार्य करेंगे. इस दौरान शिक्षक और अभिभावकों की बैठक भी होती रहेगी. वहीं किसी जिले में यदि जिला पदाधिकारी किसी विशेष अवसर पर अगर छुट्टी घोषित करना चाहें तो उन्हें मुख्यालय से इसके लिए आदेश लेना होगा. जबकि स्कूल में हेडमास्टर अपने स्तर से किसी तरह का अवकाश घोषित नहीं कर सकते हैं. वो अगर ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.