2024 के राजनीतिक लाभ के लिए आनंद मोहन को छोड़ा गया.मेरी तस्वीर तो राबड़ी देवी के साथ भी है तो क्या मैंने भ्रष्टाचार से समझौता कर लिया है.2016 में नीतीश कुमार ने खुद क़ानून को कठोर बनाया था.2023 में इसमें संसोधन भी कर दिया.
आम आदमी और अधिकारी में फर्क कैसे नहीं होता.अधिकारी को काम में बाधा पहुँचाने का क़ानून है फिर उसकी हत्या में क़ानून को कमजोर क्यों बनाया गया.मैंने आनंद मोहन को राहत देने की बात कही थी लेकिन क़ानून में संसोधन की बात नहीं की थी.लालू प्रसाद के बिहार आने से कोई फर्क नहीं पड़ता. जब वो पीक पर थे तब तो कोई फर्क नहीं पड़ा अब क्या पड़ेगा.
सासाराम के पूर्व BJP विधायक की गिरफ़्तारी पर बोले मोदी.जवाहर प्रसाद तो उस जुलुस के साथ थे जिस पर हमला हुआ.
घटना एक महीने पहले हुई थी अब कार्रवाई हो रही.जवाहर प्रसाद की गिरफ़्तारी बिलकुल गलत है..बाबा बागेश्वर धाम के बिहार दौरे को लेकर RJD के विरोध पर बोले मोदी.संतों का विरोध गलत है. बाबा के साथ जनता खड़ी है. मोदी ने जगदानंद सिंह और तेज प्रताप के बयान का विरोध किया.