आज पाटलीपुत्र की धरती मिलर हाई स्कूल मैदान में आयोजित लोहार अधिकार रैली में मंच पर विराजमान बिहार सरकार के माननीय उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी जी, माननीय केन्द्रीय मंत्री, पशुपति कुमार पारस , जनता दल यूनाईटेड के माननीय प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा , माननीय अशोक चौधरी पूर्व मंत्री बिहार सरकार, माननीय विधान पार्षद BJP देवेश कुमार एवं मंचासीन लोहार संघर्ष मोर्चा के सभी सम्मानीत नेतागण एवं बिहार के कोने-कोने से लाखों-लाख की संख्या में आये लोहार समाज के सभी भाईयों एवं बहनों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन करता हूँ। आपके दुःख-दर्द को देखते हुए आज हमलोग लोहर अधिकार रैली के माध्यम से केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार से माननीय मंत्री एवं नेता को अवगत कराना चहता हूँ कि :- आजाद भारत को आजाद संविधान में वर्णित अनुसूचित जन जाति के अधिकार से वंचित लोहार परिवार एक लम्बे समय यानि वर्ष 1990 के पहले से अधिकार प्राप्ति के लिए संर्घषरत रहें है। बिहार में हम लोहार जाति प्रजातंत्र के महापर्व जो 5 वर्षों पर चुनाव होता है। उस महापर्व पर हम लोहार परिवार चट्टानी एकता के साथ प्रजातंत्र के महापर्व में शामिल होकर वोट करते है।जैसा की हिन्दी में राजेन्द्र का अंग्रेजी में RAJENDRA होता है उसी तरह हिन्दी में लोहार का अंग्रेजी में LOHARA होता है।स्वतंत्र भारत सरकार प्रथम बार 06 सितम्बर 1950 को भारत सरकार S.T. सूची अंग्रेजी में भारत का गजट प्रकाशित किया इस गजट में बिहार के पार्ट-II को क्रम संख्या 20 पर अंग्रेजी में LOHARA लिखा गया।भारत सरकार ACT 108/1976 पारित कर S.T. की सूची हिन्दी, अंग्रेजी में प्रकाशित किया तब भारत सरकार बिहार के सूची में क्रम संख्या 22 पर हिन्दी में लोहार एवं अंग्रेजी में LOHARA लिखकर सूची प्रकाशित किया। 6 सितम्बर 1950 से 11 सितम्बर 2006 तक भारत सरकार S.T. सूची बिहार के सूची में हम सभी हिन्दी में लोहार अंग्रेजी में LOHARA थे। वर्ष 2006 की U.P.A. केन्द्र की सरकार 12 दिसम्बर 2006 को ACT-48/2006 संशोधन बिल सदन में लाकर हिन्दी में लोहार को लोहारा पढ़कर बिहार प्रदेश का उसका अनुसूचित जनजाति के प्रथम सूची-06 सितम्बर 1950 से प्राप्त अधिकार को छिन लिया।
भारत में ACT 48/2006 का विहार के लोहार के साथ अत्याचार गूंज रहा था। तब इस अत्याचार का सूचना वर्त्तमान प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी के सरकार मे गयी तब जब ACT 23/2016 से 294 ACT रीपील किया गया। तब इस ACT 23/2016 से ACT 48/2006 की सभी अंश The Whole (द होल) रीपील (निरस्त) हो गया। मोदी सरकार के बिहार के लोहार जय-जयकार करने लगा मोदी जी लाल किले के प्राचीर से भी रीपील के घोषणा किये थे। तब केन्द्र के ही जनजातिय मंत्रालय के डायरेक्टर विश्वारंजन शास्मल ने दिनांक 14.06.2016 को Office Memorandum कार्यालय का ज्ञापन लगाकर रीपील ACT 48/2006 को जीवित रखकर असंवैधानिक कार्य किया गया।
(10) भारत सरकार द्वारा ACT 23/2016 से ACT 48/2006 को जब रीपील कर दिया गया तब बिहार सरकार माननीय मुख्यमंत्री नीतिश कुमार जी सरकार के गजट 08/08/2016 से पारित कर बिहार के सभी लोहार जाति के लोगो को उसका संवैधनिक अनुसूचित जनजाति का हक दे दिया जो साढ़े पाँच वर्षो तक S.T. का लाभ मिला एक दबंग आदमी ने माननीय सर्वोच्य न्यायलय में रीट फाईल कर बिहार सरकार के गजट 08/08/2016 को वर्ष फरवरी 2022 निरस्त करा दिया बिहार में लोहार S.T. से वंचित हो गये।
(11) माननीय सर्वोच्य न्यायालय बिहार सरकार का गजट 08/08/2016 को इस लिए निरस्त किया कि केन्द्र की सरकार ACT 48/2006 को ACT 23/2016 से
आज पाटलीपुत्र की धरती मिलर हाई स्कूल मैदान में आयोजित लोहार अधिकार रैली में मंच पर विराजमान बिहार सरकार के माननीय उप-मुख्यमंत्री (1) श्री सम्राट चौधरी जी, (2) माननीय केन्द्रीय मंत्री, श्री पशुपति कुमार पारस जी, जनता दल यूनाइटेड के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुशवाहा जी, माननीय अशोक चौधरी पूर्व मंत्री बिहार सरकार, माननीय विधान पार्षद BJP श्री देवेश कुमार एवं मंचासीन लोहार संघर्ष मोर्चा के सभी सम्मानीत नेतागण एवं बिहार के कोने-कोने से लाखों-लाख की संख्या में आये लोहार समाज के सभी भाईयों एवं बहनों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन करता हूँ। आपके दुःख-दर्द को देखते हुए आज हमलोग लोहर अधिकार रैली के माध्यम से केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार से माननीय मंत्री एवं नेता को अवगत कराना चहता हूँ कि :-
(2) आजाद भारत को आजाद संविधान में वर्णित अनुसूचित जन जाति के अधिकार से वंचित लोहार परिवार एक लम्बे समय यानि वर्ष 1990 के पहले से अधिकार प्राप्ति के लिए संर्घषरत रहें है।