पाकिस्तान केलिए मुखबिरी करने वाले शमसाद के पिता ने बेटे को बताया शमशाद के पिता ऐनुल हक उर्फ छोटका तथा मां रोजीदा खातून ने बताया कि हम सपरिवार पंजाब के अमृतसर में रहा करते थे। जहां से दस वर्ष पहले गांव आ गए। उसके बाद शमशाद वहां का पानी व्यवसाय संभाल लिया। गर्मी के मौसम में पानी तथा ठंढ़ा के मौसम में मूंगफली बेचा करता है। शमशाद के माता – पिता फिलहाल गांव में ही भेजा हाट के निकट एक छोटा मुर्गा फॉर्म और सिजनल फल (तरभुज) की दुकान चलाते हैं। उनके माता-पिता ने बताया कि शमशाद गलत प्रवृत्ति का इंसान नहीं है। इधर शमशाद की पत्नी अफरोज बेगम ने बताया कि वर्ष 2018 में शमशाद के साथ उनकी शादी हुई।
जिससे एक पुत्र और एक पुत्री है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि कोलकाता के बेनियापुकर गांव स्थित ओस्टागारलेन इलाके में रहने वाला जफर रियाज साल 2005 से आइएसआइ के लिए जासूसी कर रहा है। उसने अमृतसर रेलवे स्टेशन के बाहर लेमन सोडा बेचने वाले बिहार स्थित मधुबन जिला स्थित भेजा गांव के शमशाद को अपने साथ मिला लिया था। इधर, गिरफ्तारी को लेकर एसएसओसी के अधिकारी कुछ बताने को तैयार नहीं है। उन्होंने इतना जरूर बताया कि इस बाबत बड़े अफसर प्रेस वार्ता कर सकते हैं। स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल को जानकारी मिली थी कि जफर रियाज आइएसआइ एजेंट आवेश के इशारे पर भारतीय सेना के क्षेत्रों की जानकारियां जुटाने में लगा है। इसके बाद डीएसपी हरविंदर सिंह की अगुआई में टीम ने छापामारी कर उसे और शमशाद को अमृतसर रेलवे स्टेशन के बाहर से गिरफ्तार कर लिया। पाकिस्तान की राबिया ने प्रेम जाल में फंसाया, जफर रियाज ने पुलिस को बताया कि वह साल 2005 में पाकिस्तान घूमने गया था।
वहां उसकी मुलाकात लाहौर में रहने वाली राबिया के साथ हो गई थी। राबिया ने उसे प्रेम जाल में फंसाया और उसके साथ शादी कर ली। शादी के बाद वह उसे अपने साथ भारत लेकर आ गया था। इस बीच राबिया ने उसकी मुलाकात आइएसआइ एजेंट आवेश से करवाई थी। राबिया भारत आने के बाद उसे पाकिस्तान जाने के लिए कहा करती थी लेकिन वह पाकिस्तान नहीं गया। जांच में सामने आया कि 2012 एक सड़क दुर्घटना में कोलकाता में जफर रियाज जख्मी हो गया था। उसकी आर्थिक हालत काफी खराब हो गई। फिर उसे राबिया किसी तरह पाकिस्तान ले गई।एजेंट आवेश के इशारे पर काम करता था रियाज, वहां पर फिर उसकी मुलाकात एजेंट आवेश के साथ करवाई गई। आवेश ने उससे कहा कि वह पाकिस्तान के लिए जासूसी करे। इसके बदले में उसे पैसे दिए जाएंगे। काफी लंबे समय तक जफर रियाज पाकिस्तान में रहा और फिर आवेश के इशारे पर अपना इलाज कराने के बहाने भारत में आता रहा।