दलित सेना के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद रामचन्द्र पासवान की चौथी पूण्यतिथि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी कार्यालय में रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस एवं प्रदेश अध्यक्ष सांसद प्रिंस राज पासवान की उपस्थिति में पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के द्वारा मनायी गई। इस अवसर पर पशुपति पारस एवं पिं्रस राज पासवान, कृष्ण राज पासवान तथा पार्टी के सभी नेताओं ने रामचन्द्र पासवान की तैल्य चित्र पर माल्यापर्ण कर उनकों नमन किया। पशुपति पारस ने इस अवसर पर वहां मौजूद पार्टीजनों और मीडियाकर्मियों केे बीच रामचन्द्र पासवान की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रामचन्द्र पासवान हम तीनों भाईयों में सबसे छोटे थे और हम तीनों भाइयों के बीच जो अदभूत प्रेम और सौहार्द था .
उसका पूरा देश मिसाल देता था। मेेरे छोटे भाई रामचन्द्र पासवान और बड़े भाई रामविलास पासवान के असमायिक निधन से हमारी पार्टी और हमारे परिवार को जो क्षति और नुकसान हुआ उसकी भरपाई कभी भी संभव नहीं है। पारस ने कहा कि रामचन्द्र पासवान रोसड़ा लोकसभा और समस्तीपुर से चार बार सांसद बने और लोकसभा मंे पूरी मजबूती से गरीबों, दलितों और पिछड़ों के हक और अधिकार के आवाज को बुलंद करते थे। वे दलितों, शोषितों, कमजोर वर्ग के मुखर आवाज थे, वे काफी मृदभाषी और मिलनसार व्यक्ति थे, समस्त राजनीतिक दलों के नेता एवं कार्यकर्ता उनका काफी सम्मान करते थे उनका पूरा राजनीतिक, सामाजिक, संसदीय जीवन गरीब, दलित, और आम जनमानस के जीवन के उत्थान और कल्याण के लिए समर्पित रहा। इस अवसर पर सांसद प्रिंस राज पासवान ने अपने पिता रामचन्द्र पासवान को याद करते हुए और उनके संघर्षपूर्ण जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका पूरा जीवन संघर्षपूर्ण रहा।