गया से मनोज की रिपोर्ट ,
गया के नक्सल प्रभावित आमस प्रखंड के बभनडीह इन दिनों चर्चा में है। दरअसल, पिछले दो दिनों से यहां एक मृत लड़के को जिंदा करने का दावा किया जा रहा है। इसके लिए युवक की कब्र के आसपास कुछ महिलाएं झूम रही हैं। भजन-कीर्तन हो रहा है। महिलाओं का दावा है कि तीसरे दिन किशोर जाग उठेगा। इधर, आमस पुलिस का कहना है कि इस तरह की कोई सूचना नहीं मिली है। शाांति व्यवस्था भंग होने की आशंका पर कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, बभनडीह गांव निवासी कौलेश्वर यादव का बेटा रंजन कुमार (12) ताड़ के पेड़ से रविवार को गिर गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत सोमवार दोपहर हो गई। मौत के बाद गांव के श्मशान घाट में कब्र खोदकर शव को दफना दिया गया। परिजन श्मशान घाट से लौट रहे थे। इसी बीच कुछ महिलाएं वहां झूमती हुई आ पहुंची।
उन्होंने दावा किया वो लड़के को जीवित कर देंगी। इसके बाद वहां अंधविश्वास का खेल शुरू हो गया। महिलाओं का यह भी कहना है कि भजन कीर्तन अगले तीन दिनों तक लगातार चलेगा। महिलाओं का यह भी कहना है कि भजन कीर्तन अगले तीन दिनों तक लगातार चलेगा। परिजन भी कब्र के आसपास बैठ गए और महिलाएं वहां भजन कीर्तन में व्यस्त हो गए।
महिलाओं ने एक धार्मिक ग्रंथ भी कब्र के ऊपर रख दिया है। श्मशान घाट और उस कब्र के पास नए चेहरे को फटकने भी नहीं दिया जा रहा है। मृतक के पिता और परिजन किसी से बात करने को भी राजी नहीं है। वह बात करने का संदेश सुनते ही भड़क जा रहे हैं। इन महिलाओं का यह भी कहना है कि भजन कीर्तन अगले तीन दिनों तक लगातार चलेगा। इसके बाद लड़का जिंदा हो जाएगा।