रजौली।पंजाब नेशनल बैंक रजौली द्वारा बिजनेस के लिए खातेधारियों को लोन दिए जाने के बाद खाताधारियों के साथ काफी धोखाधड़ी की जा रही है। बैंक मैनेजर राकेश पांडेय के द्वारा खाताधारकों के नाम पर बिजनेस लोन निर्गत कर उसकी राशि स्वयं ही निकाल कर बैंक मैनेजर, बैंक कर्मी व दलालों के द्वारा रुपयों का इस्तेमाल किया जा रहा है और इसकी भनक बिजनेस लोन लेने वाले खाताधारकों को भी नहीं है। हद की बात तो यह है कि जिन ऋणधारियों को बैंक की शाखा के द्वारा ऋण दिया गया है, उन ऋणधारियों से ब्लैंक चेक पर हस्ताक्षर करवा कर दिए गए बिजनेस लोन की राशि को बैंक मैनेजर, बैंक कर्मी व दलालों के द्वारा खुद ही निकाल कर उसका इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही निर्गत किए गए लोन के किस्त का भी स्वयं ही भुगतान किया जा रहा है। उक्त मामले का खुलासा ऋणधारियों के द्वारा 14 मई 23 को धोखाधड़ी किए जाने के मामले में रजौली थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी से हुआ है। रजौली थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी में बैंक मैनेजर राकेश पांडेय, लोन मैनेजर अभिनंदन कुमार, लोन रिकवरी एजेंट नवीन कुमार, दलाल स्व वासुदेव चौधरी के बेटे बीरेंद्र चौधरी व सुनील कुमार चौधरी शामिल है।
हद की बात तो यह है कि लोन देने के क्रम में इतने बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी की गई है कि प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद पुलिस भी मामले की जांच तक नहीं की कर रही है।लोगों की जुबान पर चर्चा है कि बैंक मैनेजर राकेश पांडेय और बैंककर्मियों व दलालों के द्वारा जांच के लिए बैंक पहुंचने वाले हर लोगों के मुंह को बंद कर दिया जाता है।यह दो ऋणधारियों का मामला नहीं है बल्कि रजौली प्रखंड में ऐसे दर्जनों मामले हैं। जिनके नाम पर लिए गए बिजनेस लोन की जानकारी खुद खाताधारियों को नहीं है। खाता धारियों को इसकी जानकारी तब मिली जब वे बैंक से लोन की राशि निकालने पहुंचे तो जानकारी मिली कि जिस बिजनेस लोन के रुपए निकालने पहुंचे हैं वह रुपया तो कब का उनके खाते से निकल चुका है।रजौली थाना क्षेत्र के भाईजी भीता गांव निवासी द्वारिका चौधरी के बड़े बेटे अवलेश चौधरी व छोटे बेटे दिलीप चौधरी ने बताया कि वे दोनों भाईयों ने वर्ष 2021 में पंजाब नेशनल बैंक की रजौली शाखा से बिजनेस लोन करवाया था।
बैंक के द्वारा अवलेश चौधरी को लक्ष्मी ट्रेडर्स के नाम से 5 लाख रुपए एवं दिलीप चौधरी को दिलीप रेडियम आर्ट के नाम पर 9 लाख 75 हजार रुपए बिजनेस लोन निर्गत किया गया। जबकि उन दोनों भाईयों ने अपने खाते से एक रुपए भी नहीं निकाले। उन्होंने बताया कि बैंक मैनेजर राकेश पांडेय ने कागजी प्रक्रिया बताकर और उसे अपने बैंक रिकॉर्ड में रखने की बात कह कर अवलेश चौधरी से 4 व दिलीप चौधरी से 3 कुल सात ब्लैंक चेक पर हस्ताक्षर करवा लिए। उसके बाद अवलेश चौधरी के बिजनेस लोन के खाते से चेक संख्या-113502 से 3 लाख रुपए, चेक संख्या-11 3503 से 1 लाख 50 हजार रुपए, चेक संख्या- 113501 से 30 हजार रुपये, चेक संख्या-113504 से 20 हजार रुपए कुल 5 लाख रुपए की निकासी की गई व मेरे भाई दिलीप चौधरी के बिजनेस लोन के खाते से चेक संख्या- 235 606 से 3 लाख रुपए, चेक संख्या- 235607 से 3 लाख रुपए, चेक संख्या-235601 से 3 लाख रुपए की निकासी की गई।
दोनों भाइयों ने बताया कि अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वे लोग मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाकर गुहार लगाएंगे।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस समय पंजाब नेशनल बैंक रजौली में सबसे ज्यादा दलाल हावी हैं। जो ग्राहकों को देखते ही उस पर हावी हो जाते हैं और अधिकांश लोग बैंक से लोन कराने के नाम पर धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं।प्राथमिकी दर्ज होने के बाद रजौली पुलिस के द्वारा अब तक कार्रवाई नहीं किए जाने पर एसडीपीओ पंकज कुमार ने बताया कि बैंक के मामले की जानकारी उनके संज्ञान में आया है।ऋण धारियों ने उनसे मुलाकात भी की है। मामला सही है। पीड़ितों को भी इस मामले में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है। इस मामले में हर हाल में कार्रवाई होगी और आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।