दानापुर के सुल्तानपुर स्थित बड़ी देवी स्थान के पास नवरात्र समाप्त होने के बाद माता की विदाई समारोह बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है महिलाएं जहां माताओं को खोइछा भराई की रस्म करती है उसके बाद बड़ी देवी और छोटी देवी मां का खोइछा मिलन होता है दानापुर के सुल्तानार के पास होने वाले इस समारोह में दशमी के दिन हजारों हजार की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं और माता के मिलन का मनोरम दृश्य देखते हैं साथ ही माता से आशीर्वाद लेते हैं.
यह परंपरा आज से नहीं बल्कि वर्षों से चलती आ रही है दानापुर के लोग आज के दिन यहां जुटते हैं और माता के इस देवी मिलन का मनोरम दृश्य देखते हैं काफी संख्या में भीड़ होती है सुरक्षा के इंतजाम भी होते हैं लोग मन में श्रद्धा ले करके आते हैं खोइछा मिलन होने के बाद ही यहां से माता को विदा किया जाता है उसके बाद विसर्जन के लिए जाती हैं तस्वीरों में भी आप देख लीजिए ढोल बाजे के साथ माता का मिलन होता है जो लोग यहां पहुंचते हैं वह अपने आप को सौभाग्यशाली समझते हैं।