नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण बड़ी गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि होने लगी है। वाल्मीकिनगर गंडक बैराज से 1 लाख 24 हजार क्यूसेक पानी नदी में डिस्चार्ज कर दिया गया। इससे गंडक उफान पर आ गई। बढ़ते-घटते जलस्तर से कई जगह तटबंधों पर नदी का दबाव भी बढ़ गया है। नेपाल सहित बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में दो दिन से हो रही लगातार बारिश से गंडक समेत अन्य पहाड़ी नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
नेपाल के नारायण घाट से 1 लाख 64 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो छह से आठ घंटे में वाल्मीकिनगर गंडक बराज तक पहुंचेगी।वहीं जल संसाधन विभाग द्वारा अलग अलग टीम बनाकर बांधों की सतत निगरानी की जा रही है. दूसरी तरफ निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए बाढ़ और कटाव का खतरा बढ़ गया है. लिहाजा अनजाने भय और आशंका से लोग चिंतित हैं। गंडक नदी में लगातार हो रहे जलस्तर वृद्धि से बगहा के साथ ही गोपालगंज और मोतिहारी के कई गांव पर भी बाढ़ का खतरा है। बेतिया के योगापट्टी प्रखंड पर भी असर देखने को मिल सकता है। हर साल कई गावों टापू में तब्दील हो जाते हैं, इस बार भी वैसे ही हालात बनने से लोगों में दहशत है।