केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार गया पहुंचे पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया.इस मौके पर जीतन राम मांझी ने कहा की गया के विकास के लिए उन्होंने बहुत कुछ सोच रखा है. अपने संबोधन में उन्होंने जताया की आज भी उनको मुख्यमंत्री की कुर्सी जाने का मलाल है. उन्होंने कहा कि वे तो अच्छा काम कर रहे थे लेकिन अच्छा काम बहुत लोगों को अच्छा नहीं लगता है. अपनी बेबाक बोली के लिए प्रसिद्ध जीतन राम मांझी ने कहा कि मंत्री बनने के बाद उनका मुंह बंद हो गया है और कलम रुंध हो गया है. सिर्फ सांसद रहते तो ज्यादा काम करते. क्योंकि मंत्री पद पाने के बाद मर्यादाओं में बंधना पड़ता है. श्री मांझी ने होमगार्ड जवानों को लेकर बिगड़े बोल भी बोल दिए उन्होंने कहा कि झोलटंगवा जैसा वर्दी पहनते थे. उनके कई समस्याओं को उन्होंने दूर किया है.
मांझी ने कहा कि अगर वे सिर्फ सांसद रहते हैं तो कहते की या तो कॉमन स्कूली सिस्टम लागू कीजिए अथवा बाबा साहब अंबेडकर का नाम लेना छोड़ दीजिए. आज अपने संबोधन में जीतन राम मांझी ने यह भी खुलासा किया कि जब उनको मंत्रालय के विभाग का लिफाफा मिला तो देखकर अपना माथा ठोक लिया की न जाने कौन सा यह विभाग है. परंतु पीएम मोदी ने मुझे कहा कि हम अपनी कल्पना का विभाग आपको दिया है. जीतन राम मांझी ने यह भी कहा कि कभी नरसिम्हा राव मेरे कंधे पर हाथ रखकर गया वासियों को बोले थे की मांझी को ज़िताओ भारत सरकार इनके पीछे रहेगी. लेकिन उसे समय हम हार गए थे. इस बार नरेंद्र भाई मोदी ने कहा कि मांझी नहीं बल्कि वे चुनाव लड़ रहे हैं. तब इस बार आप लोगों ने मोदी जी की बात मान ली. अगर उस समय नरसिम्हा राव जी की बात मान लेते तो आज गया की तस्वीर कुछ दूसरी होती. यह भी कहा कि विरोधी दल हमेशा भ्रम फैलाने की कोशिश करते रहते हैं. कभी संविधान बदल दिया जाएगा, आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा, अब ये लोग भ्रम फैला रहे हैं कि एनडीए सरकार कमजोर है. ऐसी बात नही है केंद्र की एनडीए सरकार बहुत मजबूत है.