UGC ने बिहार के 15 यूनिवर्सिटी डिफोल्टर घोषित कर दिया है साथ ही साथ झारखंड में भी 18 यूनीवर्सिटी डिफोल्टर घोषित किया है .जिसमें मुंगेर यूनिवर्सिटी,पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी,पटना यूनिवर्सिटी,मौलाना मजहरूल हक,जेपी यूनिवर्सिटी,कामेश्वर सिंह दरभंगा यूनिवर्सिटी,ललित नारायण सिंह विश्वविद्यालयतिलका मांझी समेत कुल 15 यूनिवर्सिटी शामिल है .UGC ने ये कार्रवाई लोकपाल नियुक्ति और इसके नियमों का पालन नहीं करने पर की गई है.जिसके कारण UGC ने इन्हें डिफॉल्टर घोषित कर दिया है और केंद्रीय अनुदान देने पर रोक लगा दी है.
साथ ही राष्ट्रीय उच्च स्तरीय शिक्षा अभियान समेत भारत सरकार से मिलने वाले तमाम तरह के अनुदान पर रोक लगाने की आशंका है. 9 महीने बाद भी इन विश्वविद्यालय में लोकपाल की नियुक्ति नहीं होने के कारण UGC ने यह कड़े कदम उठाए हैं. लोकपाल की नियुक्ति क्षेत्र प्रक्रिया में भेदभाव तथा भ्रष्टाचार रोकने के लिए की जानी थी. केवल आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी और मगध विश्वविद्यालय डिफॉल्टर लिस्ट से बाहर है. UGC ने 5 दिसंबर को विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र भेज कर लोकपाल की नियुक्ति के हिदायत दी थी.इसके लिए 31 दिसंबर 2023 तक अंतिम समय सीमा निर्धारित की गई थी. इसके बाद कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई थी. UGC ने 11 अप्रैल 2030 को ही विश्वविद्यालय के लिए छात्रों की शिकायत निवारण का रेगुलेशन जारी किया था. इसके साथ ही एक महीने के भीतर लोकपाल की नियुक्ति की चेतावनी दी थी.